दैनिक जनवार्ता ब्यूरो
नाहन (सिरमौर) 01 नवंबर। औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब और आसपास के क्षेत्र बढ़ती महंगाई से प्रभावित हो रहे हैं। लोगों को सीमित आय में लगातार बढ़ रही महंगाई से जूझना पड़ रहा है। इससे परिवार की गुजर बसर सही से नहीं हो पा रही है। खाद्य वस्तुओं और सब्जियों की बात करें तो पहले मसालों व दालों की रिकॉर्डतोड़ मूल्य वृद्धि के बाद सब्ज़ियों में टमाटर के आसमान छूते भाव और अब नवरात्रि पर्व समाप्त होते ही प्याज के भाव ने एकाएक रफ्तार पकड़ ली है। बताया जा रहा है कि पिछले चार दिन से प्याज के मूल्य में 50 से 60 फीसदी का उछाल आया है और अभी और आने की संभावना है। बता दें कि कालाअंब औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण यहाँ की आबादी ज्यादा है, जहां रोजाना कम से कम एक से दो टन प्याज की खपत होती है। पड़ोसी राज्य हरियाणा के दर्जनों व्यापारी रोजाना कालाअंब में आलू व प्याज की आपूर्ति कर रहे हैं। वहीं अब क़ीमतें बढ़ने से खपत पर प्रतिकूल असर भी पड़ेगा। स्थानीय लोगों में रजनी, संजीव, रेखा, पूजा, करमचंद, पूरन मिश्रा, दीप सिंह, कुलवंत कौर ने बताया कि शारदीय नवरात्र के दौरान प्याज 40-50 रुपए प्रतिकिलो मिल रहा था। लेकिन नवरात्रि खत्म होने से दो दिन पहले से ही प्याज के दाम 80 रुपये प्रतिकिलो तक जा पहुंचे। उन्होंने बताया कि व्यापारियों का कहना है कि अभी प्याज के दाम और बढ़ने की संभावना है। प्याज आमतौर पर घरों में मुख्य सब्जी के रूप में रोजाना उपयोग किया जाता है। ऐसे में आम जन का रसोई बजट प्रभावित हो रहा है। महंगाई पर अंकुश लगाने में स्थानीय निकाय और सरकार विफल साबित हो रहे हैं। नतीजन आम जनता को ऐसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। लोगों ने जिला प्रशासन व सरकार से मांग की है कि जरूरी खाद्य सामग्री की अचानक हुई मूल्य वृद्धियों पर अंकुश लगाया जाए।
Sirmaur News : प्याज के बढ़ते दामों ने आम आदमी की रसोई का बिगाड़ा बजट। आय सीमित, महँगाई की कोई सीमा नहीं।
