दैनिक जनवार्ता ब्यूरो
कालाअंब (सिरमौर) 01 नवंबर। औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब व आसपास के इलाकों में वायरल बुखार का प्रकोप बरकरार है। बताया जा रहा है कि बुखार के ठीक होने के बाद भी पीड़ित लोग पैरों-टांगों की जकड़न और दर्द से जूझ रहे हैं। कई लोगों को जकड़न और दर्द के साथ साथ सूजन का भी सामना करना पड़ रहा है। हालांकि चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि वायरल बुखार ठीक होने के बाद पीड़ित व्यक्ति को ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके लिए विशेष रूप से पौष्टिक आहार लेने की आवश्यकता होती है। उचित देखभाल के अभाव में रोगी को उक्त समस्याओं से उबरने के लिए बहुत अधिक समय लग सकता है। बहरहाल, औद्योगिक क्षेत्र में इन दिनों रोजाना बुखार के सैंकड़ों रोगी आ रहे हैं जो इधर उधर से अपना उपचार कराने में जुटे हुए हैं या फिर नारायणगढ़ (अम्बाला) के अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। जानकारी के मुताबिक मोगीनन्द क्षेत्र में 100 के करीब बुखार के रोगी हैं जो नाहन, कालाअंब और हरियाणा के नारायणगढ़ व रसूलपुर से उपचार करा रहे हैं। नाहन और नारायणगढ़ से उपचार करवा रहे स्थानीय लोगों में संजय गुप्ता, अशोक कुमार, नरेश कुमार, भीष्म सिंह, पवन, बिट्टू, हंसराज चौहान ने बताया कि बुखार ठीक होने के बाद हाथ-पाँव व टांगों में जकड़न और जोड़ों में दर्द की शिकायत बनी हुई है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि बुखार ठीक होने के बाद ऐसी स्थिति हो रही है। उन्होंने बताया कि शरीर में भारी कमजोरी महसूस हो रही है। इसके चलते रोगी को चलने फिरने में कठिनाई हो रही है।
कालाअंब स्थित कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआईसी) औषधालय के चिकित्सा प्रभारी डॉ. अंकुर राणा ने बताया कि वायरल बुखार के बाद शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और डिहाइड्रेशन होने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसके लिए रोगी को पौष्टिक आहार और रसीले फलों का सेवन हितकर रहता है। पीड़ित व्यक्ति पानी ज्यादा पियें। रोगी योग्य चिकित्सक से परामर्श भी ले सकते हैं।